*उत्तराखण्ड संयुक्त ट्रेड यूनियन्स संघर्ष समिति की बैठक सम्पन्न* ------------------------ देहरादून :-- आज उत्तराखण्ड संयुक्त ट्रेड यूनियन्स संघर्ष समिति की बैठक 8 जनवरी 2020 को होने वाली राष्ट्रव्यापी हड़ताल को सफल बनाने हेतु गांधी पार्क मे सम्पन्न हुई बैठक की अध्यक्षता इंटक के महामन्त्री ओ.पी.सुदी ने और संचालन सीटू के प्रांतीय सचिव लेखराज ने किया । इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि केंद्र की मोदी और राज्य की त्रिवेन्द्र रावत सरकार के द्वारा मजदूरों को गुलाम बनाने के लिए मजदूरों के खिलाफ नीतियां बनायी ज रही है । जिसमे नए एम.वी एक्ट के कारण ऑटो सेक्टर मे लगे लाखों लाख लोगों की रोजी रोटी छिन रही है । वही न्यूनतम मजदूरी 21 हजार करने के बजाय वर्तमान मे जो न्यूनतम वेतन को भी कम करने की साजिस रच रही है मजदूरों को पूंजीपतियो के रहमो कर्म पर छोड़ रही है इस अवसर पर उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड सरकार द्वारा श्रमिकों के अधिकारो को समाप्त करने के लिए सेंटर ट्रेड यूनियन्स के प्रतिनिधियों को श्रमिकों से सम्बंधित बोर्ड , सरकार की ओर से गठित समितियों मे न रख कर पूंजीपतियों या अपने लगेभगो को ही रख रही है जिससे मजदूरो के खिलाफ फैसले लिए जासके । सरकारी व गैर सरकारी कर्मचारी भी इस सरकार से तरसत है जिस कारण आगामी 8 जनवरी को होने वाली देश व्यापी हड़ताल को सफल बनाने के लिए हड़ताल करेंगे जिससे इस सरकार को मजदूर विरोधी फैसले लेने से रोका ज सके । इस अवसर पर एटक के समर भंडारी , अशोक शर्मा ,सीटू के लेखराज ,भगवंत पयाल , रविन्द्र नौढ़ियाल,माम चन्द , इंटक के ओ.पी.सुदी ,पंकज क्षेत्री ,वीरेंद्र नेगी ,एक्टू के के.पी.चन्दोला रक्षा से पूरण चन्द , जगदीश छिम्मवाल, आल इंडिया बैंक एम्प्लाइज एसोसिएशन से एस.एस.रजवार , सहित ईश्वर पाल , धर्मानंद भट्ट ,अश्वनी कुमार त्यागी आदि उपस्थित थे ।

                   
देहरादून :--  आज उत्तराखण्ड संयुक्त ट्रेड यूनियन्स संघर्ष समिति की बैठक 8 जनवरी 2020 को होने वाली राष्ट्रव्यापी हड़ताल को सफल बनाने हेतु गांधी पार्क मे सम्पन्न हुई बैठक की अध्यक्षता इंटक के महामन्त्री ओ.पी.सुदी ने और संचालन सीटू के प्रांतीय सचिव लेखराज ने किया ।
  इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि केंद्र की मोदी और राज्य की त्रिवेन्द्र रावत सरकार के द्वारा मजदूरों को गुलाम बनाने के लिए मजदूरों के खिलाफ नीतियां बनायी ज रही है । जिसमे नए एम.वी एक्ट के कारण ऑटो सेक्टर मे लगे  लाखों लाख लोगों की रोजी रोटी छिन रही है । वही न्यूनतम मजदूरी 21 हजार करने के बजाय वर्तमान मे जो न्यूनतम वेतन को भी कम करने की साजिस रच रही है मजदूरों को पूंजीपतियो के रहमो कर्म पर छोड़ रही है इस अवसर पर उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड सरकार द्वारा श्रमिकों के अधिकारो को समाप्त करने के लिए सेंटर ट्रेड यूनियन्स के प्रतिनिधियों को श्रमिकों से सम्बंधित बोर्ड , सरकार की ओर से गठित समितियों मे न रख कर पूंजीपतियों या अपने लगेभगो को ही रख रही है जिससे मजदूरो के खिलाफ फैसले लिए जासके । सरकारी व गैर सरकारी  कर्मचारी भी इस सरकार से तरसत है जिस कारण आगामी 8 जनवरी को होने वाली देश व्यापी हड़ताल को सफल बनाने के लिए हड़ताल करेंगे जिससे इस सरकार को मजदूर विरोधी फैसले लेने से रोका ज सके ।
  इस अवसर पर एटक के समर भंडारी , अशोक शर्मा ,सीटू के लेखराज ,भगवंत पयाल , रविन्द्र नौढ़ियाल,माम चन्द , इंटक के ओ.पी.सुदी ,पंकज क्षेत्री ,वीरेंद्र नेगी ,एक्टू के  के.पी.चन्दोला रक्षा से पूरण चन्द  , जगदीश छिम्मवाल, आल इंडिया बैंक एम्प्लाइज एसोसिएशन से एस.एस.रजवार , सहित ईश्वर पाल , धर्मानंद भट्ट ,अश्वनी कुमार त्यागी आदि उपस्थित थे ।