घरौंदा

घरौंदा
 अक्सर हम सभी ने नदी किनारे और खेत खलियानों में बड़ी ही तन्मयता से तुम्बिनुमा घोंसले बनाते हुए एक छोटे से पक्षी बया को देखा होगा। तुम्बिनुमा घरोंदा अक्सर सरकंडे, मकई और लंबे पत्तों वाली घास से बना होता है। अंदर से आरामदेय शयनकक्ष घोंसले की बारीक नक्काशी कह लो की गजब की कारीगरी........



ये किसी महाराजा के शाही महल सा आभास देती है। यहां दरवाजे हैं और दरवाजों के अंदर भी दरवाजे हैं। हम सभी की जिंदगी में अपना घरोंदा एक सपना होता है। लेकिन दोस्तों! जितनी बेहतरी से एक छोटा सा पक्षी 'बया' अपने घर को तराशता है। उतनी ही बेहतरी से हम अपने घर को तराशने में अमूमन मात खा जाते हैं।
 अच्छा होता कि हम सब भी अपने घर या यूं कहो कि घरोंदे इन पक्षियों से ही बनाना सीख लेते।


                .......प्रबोध उनियाल