बंगाल अभियंता समूह और केंद्र ने धूमधाम से मनाया विजय दिवस

रुड़की :--  हमारे देश को आजाद हुए 48 साल हो गए हैं आज ही के दिन बंगला देश को आजादकराया गया था अतः आज के दिन को विजयदिवस के रूप में मनाया जाता है। भारत ने 48 साल पहले 16 दिसंबर को बांग्लादेश को आजाद कराया। ढाका को पाकिस्तानी सैनिकों के घेराबंदी के बावजूद पूर्वी पाकिस्तान में 93000 पाकिस्तानी सैनिकों से भारत में आत्मसमर्पण कर आया।



शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पण करने के लिए बंगाल अभियंता समूह एवं केंद्र द्वारा हर वर्ष 16 दिसंबर को विजय दिवस मनाया जाता है। 1971 युद्ध की विजय और मातृभूमि पर अपने प्राण न्योछावर करने वाले शहीदों की याद में इसे मनाया जाता है। समूह के युद्ध स्मारक पर रीत चढ़ाई जाती है। इस अवसर पर 41 पूर्व सैनिकों ने हिस्सा लिया। बंगाल से सैपर्स ने 1971 के ऑपरेशन में सक्रिय भाग लिया। इस ऑपरेशन में कहीं समाधान अभियंता कार्यों को निभाया गया। बंगाल से आपस में अपनी शौर्य गाथा के अनुरूप विश्व युद्ध काल से अब तक का सबसे लंबा फ्लोटिंग ब्रिज बनाया है। बंगाल से पर्स को तीन थिएटर ओनर, दो वीर चक्र, 14 मेंशन इन डिसपच और 8 सेना मेडल से नवाजा गया। अपने अदम्य साहस और मार्च भूमि पर मर मिटने के लिए हमेशा तैयार बंगाल सर्फर्स को बहादुरी पुरस्कारों से भी अलंकृत किया गया। इनमें मुख्य रूप से मेजर सुरेंद्र वस्त्र और सेकंड लेफ्टिनेंट पीएस चीमा थे।