उत्तराखंड में उड़ रही हाई कोर्ट के अदेशों की धज्जियां

आयुर्वेदिक विश्वविद्यालय नही कर रहे हाई कोर्ट के आदेशों का पालन । पिछले 35 दिनो से हाई कोर्ट के आदेशों का पालन आयुर्वेदिक विश्वद्यालय मे कराने को लेकर आयुष छात्र छात्राएं धरने पर बैठे हैं जिनकी आवाज सरकार के कानों तक पहुंचती तो है मगर हमारे मुखिया या माननीय महामहिम राज्यपाल महोदया को सुनाई नही देती दिख रही है । चूंकि इसमे उत्तराखंड के राजनैतिक गलियारे मे दबदबा रखने वाले गद्दावर नेता का दखल होने के कारण न सिर्फ साशन प्रसाशन चुप्पी साधे बैठा है उल्टा सवैंधानिक तरीके से अपनी मांग करने वाले छात्र छात्राओं को पुलिस द्वारा प्रताड़ित भी करवाया जा रहा है उत्तराखंड के कई सामाजिक संगठनों व राजनीतिक दलों ने भी इनकी आवाज को बुलंद करने और हाई कोर्ट के आदेशों का पालन करने के लिए भरपूर प्रयास करे किन्तु सोई हुई सरकार के कानों पर जूं तक रेंगती नजर नही आ रही है ज्ञात हो कि कल इन्ही मुद्दों को लेकर आयुष छात्र छात्राओं ने देहरादून के विभिन्न संगठनों के साथ एक मीटिंग का आयोजन भी किया था जिसमे कई प्रतिष्ठित संगठनों व समाज सेवियों ने भाग लिया सभी की सहमति थी कि जब हाई कोर्ट ने तीन तीन बार इन कॉलेजों को बढ़ी फीस वापस करने और बच्चों को विद्यालय से वंचित न करने के आदेश दिए हैं तो क्यों हमारी सरकार उन आदेशों का पालन कराने मे पीछे हट रही है इन आदेशों का पालन कराने के लिए सभी को जागरूक व एकजुट होना पड़ेगा और आगे की नीति तय करने के लिए भी चर्चा की गई  । धरना स्थल पर पहुंचने वालों मे नैशनल एसोसिएशन फॉर पैरेंट्स एंड स्टूडेंट्स राइट्ससे अध्यक्ष आरिफ खान,शिवसेना से प्रदेश अध्यक्ष गौरव कुमार, करीर सोसायटी से डॉ०अमरजीत कौर करीर, रुचि शर्मा, पियुपल फोरम से जयकृत कंडवाल , समाज सेवी  रविन्द्र जुगरान समेत अनेकों लोगो मौजूद रहे ।