मरने के बाद दो इंसानों की जिंदगी में रोशनी भर गए हरिचंद प्रजापति

नेत्रदान करने वाले 82 वर्षीय हरिचन्द प्रजापति की आंखे मरणोपरांत दो लोगों के जीवन को करेंगी रोशन,                                          


देहरादून (चंद्रमणि) : -  दिनांक 19 नवंबर को देहरादून के जगतबन्धु सेवा ट्रस्ट के माध्यम से रक्तदान शिविर व रोटी बैंक चलाने वाले युवा समाज सेवी सुमित कुमार प्रजापति ने अपने ही परिजनों को जागरूक कर समाज को जागरूक करने की एक अच्छी मिसाल पेश की है ।सुमित कुमार के अनुसार कुछ दिनो पूर्व जब उनके नाना सहारनपुर से अपनी आंखों का इलाज कराने के लिए देहरादून आये तो तो उनकी उम्र को देखते हुए सुमित ने उनसे आग्रह किया कि यदि वह मरणोपरांत अपने नेत्रदान कर देते हैं तो उनकी आंखों से किन्ही दो इंसानो के जीवन मे उजाला हो सकता है।


जिसका शुरू मे तो सुमित के  


परिजनों के  विरोध किया किन्तु समाज के प्रति अपनी नैतिक जिम्मेदारियों के विषय मे चर्चा करने पर सबने सुमित कुमार द्वारा किये गए आग्रह का सम्मान करते हुए उनके 82 वर्षीय नाना हरि चंद प्रजापति ने देहरादून स्थित श्री महन्त इन्द्रेश हॉस्पिटल मे अपने नेत्रदान का पंजीकरण कर दिया । कल दिनांक 19/11/2019 को हरिचन्द प्रजापति अपने जीवन मे एक महान सेवा कार्य  नेत्र दान  कर इस बाहरमुखी दुनिया को छोड़कर परमात्मा के चरणों में विलीन हो गए । हरी चंद प्रजापति की चमचमाती आंखें अब उनके मरने के बाद भी चमकेगी एवं उनकी आत्मा को भी शांति मिलेगी की वह अपने जीवन के स्वर्णिम पलों मे तो मानव जीवन के लिए कार्य करते रहे किन्तु मरणोपरांत भी उन्होंने किसी के जीवन मे उजाला भरा है । सुमित कुमार ने बताया कि उनके नाना हरिचन्द के द्वारा उठाये गए इस कदम की न सिर्फ चन्द्रमणि मे अपितु उनके पैत्रिक गांव सहारनपुर मे भी सरहाना हो रही है और इस नेत्रदान के बाद गाँव के कई बुजुर्गों ने भी प्रेरित होकर अपने नेत्रदान करने पर विचार कर रहे हैं ।