कल सुप्रीम कोर्ट का फैसला जो भी हो, अपने संबंधों के बीच फासले न आने देना

कल सुप्रीम कोर्ट का फैसला जो भी आये,


अपने संबंधों के बीच फासले न आने देना,


बड़ी मुश्किल से जोड़े हैं ये रिस्ते दिल के,


इन्हें मंदिर, मस्जिद के दरमियाँ न उलझाने देना,
यूं तो अमन के फरिस्ते बहुत हैै मेंरे देेश में, मगर किसी को भी अपने आप को न बहकाने देना,


जैसे प्रेम औऱ स्नेह भरे रिश्ते हैं अपने,


उन्हें किसी भी हालात में न गवाने देना,


जो जीत पर जश्न मनाये उसे मनाने देना,
भााईचारा मगर अपने दिल से न जाने देना,


ये हिंदुस्तान है अपना सारे जहाँ से अच्छा,


इसकी छवि पे धूल जरा भी न आने देना,


कहे NAPSR सभी से यहाँ खिलखिलाती है मोहब्बत,


यहां किसी को भी दुख न मनाने देना,


ये मुल्क है अमन पसन्दों का यहाँ आग न किसी को लगाने देना,


यहाँ फूल खिलते है अमन व शांति के,


इन्हें मामूली जीत व हार की जिद पर न जलाने देना,


अपने संबंधों के बीच फासले न आने देना, फासले न आने देना।।