देहरादून - वैसे तो हम सभी ने कभी न कभी रक्तदान किया होगा और बहुत से रक्तदाता ऐसे भी हैं जो हर तीन माह मे रक्तदान करते हैं किंतु हमारे समाज मे कुछ रक्तदाता ऐसे भी है जो दूसरों की जान बचाने के लिए अपनी जान व ईमान की भी परवाह नही करते ऐसे ही एक रक्तदाता हैं देहरादून के नालापानी चौक निवासी आरिफ खान जिन्होंने आज 66 दिन मे ही दूसरी बार रक्तदान कर यह साबित कर दिया है कि इंसान की जान बचाने से बढ़ कर कोई धर्म नही होता ! हम आपको बता दें कि ये नैशनल एसोसिएशन
फॉर पैरेंट्स एंड स्टूडेंट्स राइट्स (NAPSR) के राष्ट्रीय अध्यक्ष वही आरिफ खान हैं जिन्होंने पिछले वर्ष मई 2018 मे अपना रोजा तोड़कर देहरादून के इसी मैक्स हॉस्पिटल मे अजय बिजल्वाण की जान बचाकर इंसानियत की मिसाल पेश करी थी जिसकी तारीफ देश मे ही नही विदेशों मे भी हुई और जिसे मीडिया और सोशल मीडिया ने काफी प्राथमिकता भी दी थी । आरिफ खान की माने तो उन्होंने अभी 12 अगस्त को ही रक्तदान किया था किंतु किसी के फोन पर रक्त की जरूरत मांगे जाने पर वह अपने आप को रोक नही पाए और तुरन्त रक्तदान करने हॉस्पिटल पहुंच गए । आरिफ खान ने आज देहरादून के मैक्स हॉस्पिटल मे फिर से जरूरतमंद के लिए 66 दिन मे ही दूसरी बार रक्तदान कर यह साबित कर दिया है कि इंसानियत से बड़ा कोई धर्म नही होता जहां एक ओर आदमी आदमी के खून का प्यासा है लोग जाती और धर्म के नाम पर एक दूसरे के खून बहा रहे है वहीं आरिफ खान जैसे लोग उनको आईना दिखाने का काम कर रहे हैं और हमारे समाज मे भाईचारे व प्रेम का सन्देश भी दे रहे हैं ।
अनोखे रक्तदाता हैं आरिफ खान जरूरतमंद के लिए 66 दिन में ही कर दिया दुबारा रक्तदान